Tuesday 11 November 2014

कविता न॰ 5



कविता न॰ 5  

   आओ हम सब मिलकर क्यू.सी. क्यू.सी. खेलेगें।
   क्यों--क्यों करके, कारण के कारण तक हम जायेंगे ।।
   बाधाओं में हम साथ बैठकर कारण पता लगायेगें।
   जुगाड़ नीति है नहीं चलानी, स्थायी समाधान निकालेगें।।
   नाम न जाने कोई हमारा, हमें  गुणवत्ता से पहचानेंगें
   संस्थान को अपने, विश्व पटल पर हम सब चमकायेंगें।।

स्लोगन



.    मेल हमारा बढ़ता जाता , मिले समस्याओं का समाधान।

     क्वालिटी सर्किल के सूत्रों से , बनते हम श्रेष्ठ महान।।

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Thursday 6 November 2014

कविता न॰ 4

कविता न॰ 4



    क्यू0सी0 में  आकर मेरा जीवन बदल गया। पहले मैं एक वर्कर था अब इंसान बन गया।।
    क्यू0सी0 में  आकर मेरा.....
    महसूस करके देखो तो दोस्तों , हर दुर्बल आज बलवान बन गया।
    क्यू0सी0 में  आकर मेरा......
    अपने और पराये की खाई मिट गई , अब तो हर आदमी में भगवान मिल गया।
    क्यू0सी0 में  आकर मेरा......
    दीवानगी अपनी कुछ इस तरह बढी़ , शरीर मेरा बीणा मन क्यू0सी0 तान बन गया।
    क्यू0सी0 में  आकर मेरा जीवन बदल गया।
    पहले मैं एक वर्कर था अब इंसान बन गया।।

स्लोगन 


 क्वालिटी सर्किल से उद्योग जगत में नयी क्रांति आयी है।
  समस्याओं का समाधान हुआ, विकास ने गति पायी है।।

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Monday 3 November 2014

कविता न॰ 3

कविता न॰ 3


    क्यू.सी. का जब से सिलसिला शुरू हुआ है,
    संस्थान में  सबका चेहरा खिला हुआ है।
    पहाड़ सी लगती थी समस्यायें सभी,
    अब क्यू.सी. रूपी निदान मिला हुआ है।
    क्यू.सी. का जब से .............
    इस सिलसिले को जन्म जन्मान्तर तक ले जायेगें ।
    संस्थान को प्रयासो से अपने नं0-1 हम बनायेगे ,
    खुशी से गीत गायेगें ज्यूं  मनमीत मिला हुआ है ।
    क्यू.सी. का जब से .............

स्लोगन

क्वालिटी सर्किल की गरिमा देखो , सबमें  विश्वास बढाता है।

    अंधकार को दूर भगाकर, नयी रोशनी लाता है ।।
 
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Saturday 1 November 2014

कविता न॰ 2



कविता न॰ 2  

क्वालिटी सर्किल की महत्ता को अब हम सबने जाना है
समस्या चाहे जो भी हो, नहीं हमें अब घबराना है
क्यू.सी की इस नई किरण से, कुछ नया कर दिखलाना है
प्रति स्पर्धा के इस युग में, हमें न पीछे रह जाना है
विचार मंथन कर आपस में, हमें समस्याओं को सुलझाना है
टीम भावना से हमको, हर मुश्किल आसान बनाना है
कम खर्च में गुणवत्ता लाकर, हमें उत्पादन खूब बढ़ाना है।
अपने ग्रु को विश्वब्यापी, एक नई पहचान दिलाना है
क्वालिटी सर्किल को जिसने जन्म दिया उन्हें शीश झुकाना है ।
प्रतिष्ठान को अपने, उन्नति के पथ पर पहुचाना है 

स्लोगन  


    क्वालिटी सर्किल का ये ही मंत्र और अभियान।
  हो विकसित संस्था और समस्या का पूर्ण निदान।।

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Thursday 30 October 2014

कविता न॰ 1


कविता न॰ 1

अपने कार्यक्षेत्रेत्र को तुम अपना लक्ष्य बनाओं
उसकी छोटी बडी समस्या, सभी ढूढं कर लाओं
ए.बी.सी. में करो विभाजित, ए की खुद सुलझाओं
ए की एक समस्या लेकर, डाटा उसका लाओं
मूर्त रूप देने को उसका माईल स्टोन चार्ट बनाओं
मीटिंग में फिर साथ बैठकर कारण सभी गिनाओं
कारण के कारण को जानो, फिर समाधान पर जाओ
समाधान करके उसका, पहले से तुलना करवाओं
यही तर्क है क्यू.सी. का, इसको सब अपनाओं
अपने घर और संस्थान में खुशियां सभी मनाओं

 स्लोगन


    बीते बहुत दिन यूं ही, आओ नवनिर्माण की ओर चलें।

    सहीं समस्या बहुत ,आओ अब क्यू.सी. की ओर चलें।।

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